
रायपुर। विधानसभा में आज रायपुर-बिलासपुर फोरलेन के लिए वृक्षों की कटाई का मुद्दा उठा। कांग्रेस सदस्य अरूण वोरा द्वारा उठाए गये इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष के सदस्य देवजीभाई पटेल और शिवरतन शर्मा ने भी वनमंत्री महेश गागड़ा को घेरा। भाजपा सदस्यों ने इस मामले में विभाग द्वारा काटे गये वृक्षों के बदले प्रस्तावित वैकल्पिक वृक्षारोपण के लिए राशि जमा होने के बिना वृक्षों को काटने का आदेश जारी करने वाले संबंधित कलेक्टर के खिलाफ कार्यवाही करने की भी मांग की।
कांग्रेस सदस्य अरूण वोरा ने प्रश्रकाल में आज यह मामला उठाया। श्री वोरा द्वारा पूछे गये प्रश्रों के जवाब में वनमंत्री महेश गागड़ा ने बताया कि रायपुर से बिलासपुर तक प्रस्तावित निर्माणाधीन फोरलेन के लिए कुल 10283 वृक्ष कटाई की अनुमति प्राप्त हुई। इनमें से 8151 वृक्षों की कटाई की गई। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित काटे गये वृक्षों के बदले में क्षतिपूर्ति हेतु दस गुना वैकल्पिक वृक्ष लगाने का प्रावधान है तथा काटे गये वृक्षों के एवज में 87770 पौधों के प्रस्तावित वैकल्पिक वृक्षारोपण के लिए स्थल का चयन कर लिया गया है। अरूण वोरा ने पूरक प्रश्र करते हुए कहा कि वृक्षों की कटाई तो कर दी गई है लेकिन अब तक कहीं भी वृक्षारोपण नहीं किया गया है। अरूण वोरा के एक अन्य प्रश्र के जवाब में मंत्री ने बताया कि वृक्षारोपण के लिए विभाग से राशि प्राप्त नहीं हुई है।
भाजपा सदस्य देवजीभाई पटेल ने इस मामले में मंत्री से प्रश्र किया कि काटे गये पेड़ किस डिपो में जमा कराए गए है और जब विभाग से राशि प्राप्त नहीं हुई तो फिर वृक्ष काटने के आदेश कैसे जारी कर दिए गए। उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी ने वृक्ष काटने का आदेश जारी किया है क्या उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई मंत्री से कराएंगे। वनमंत्री ने कहा कि वृक्ष काटने का आदेश कलेक्टर ने जारी किया है और काटे गये वृक्ष विभाग के डिपों में रखे गए है। भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने वनमंत्री से पूछा कि काटे गये वृक्ष किस-किस डिपों में रखे गये और कितने वृक्ष है। मंत्री ने कहा कि जितने काटे गये है सभी वृक्षों को डिपो में रखा गया है। इस पर शिवरतन शर्मा ने कहा कि एक भी कटा हुआ वृक्ष किसी डिपो में नहीं रखा गया है। वृक्षों को एक ठेकेदार के अंडर में काटा गया है और काटे गये सभी वृक्षों को ठेकेदार ले गया है। कांग्रेस सदस्य धनेन्द्र साहू ने कहा कि मंत्री जी इस मामले में व्यवस्था दे और जांच कराकर कार्यवाही करें।
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