टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने आरोप में दी जानकारी
कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के छात्रों को लुभाने के लिए पाकिस्तान ने नई चाल चली है। राष्टीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग मामले में दाखिल आरोप पत्र में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोप पत्र में खुलासा किया गया है कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के छात्रों को स्कॉलरशिप की पेशकश की जा रही है। बताया जा रहा है कि स्टूडेंट वीजा पर पाकिस्तान गए ज्यादातर युवकों के रिश्तेदार आतंकवादी हैं। अपने आरोप पत्र में एनआईए ने कहा है कि जांच के दौरान पता चला कि जो युवक स्टूडेंट वीजा पर पाक गए हैं, वो विद्यार्थी या तो पूर्व आतंकवादियों के या सक्रिय आतंकवादियों के रिश्तेदार हैं, कई लोग आतंकी गतिविधियों में शामिल हैं। कइयों ने पाकिस्तान में शरण ले रखी है। पाकिस्तान में इस नेताओं को हुर्रियत नेता के तौर पर जाना जाता है। जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया कि इन युवाओं के वीजा आवेदन के लिए कई हुर्रियत नेता नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्त में सिफारिश भी करते हैं, जिसमें हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी भी शामिल हैं। एनआईए ने अदालत में 18 जनवरी को एक आरोप पत्र दाखिल किया है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है। आरोप पत्र में कहा गया है कि जो युवक जाते हैं वो पाकिस्तान वाले हुर्रियत नेताओं के सहयोग से अपने दाखिले संबंधी बाते करते हैं। एनआईए ने कहा कि पाकिस्तान में रह रहे आतंकवादी हाफिज सईद, सैयद सलाहुद्दीन व सात अन्य कश्मीरी अलगाववादियों सहित तीन अन्य के नाम हैं।
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