
रायपुर। उद्योगपति प्रवीण सोमानी के अपहरण कांड को फुलप्रूफ अंजाम देने के लिए पप्पू चौधरी गिरोह को रायपुर, बिलासपुर के अलावा बिहार और उत्तरप्रदेश के कुछ लोगों ने मदद की थी। रायपुर पुलिस की तफ्तीश में यह साफ हुआ है कि अपहरणकर्ताओं का रायपुर, बिलासपुर के दो लोगों से लिंक जुड़े निकले है।
इन लोगों ने पूरे गिरोह के ठहरने का इंतजाम करने, सोमानी को अगवा कर यहां से भगाने में मदद की थी। पकड़े गए लोकल मददगार अनिल चौधरी समेत अन्य आरोपितों ने पूछताछ में पप्पू चौधरी का सहयोग करने वाले लोगों के नाम, पते बताए हैं। इसके आधार पर पुलिस उन मददगारों को गिरफ्त में लेने की तैयारी कर रही है।
फिरौती की रकम वसूलने के लिए सोमानी को उप्र के अंबेडकर नगर और बिहार के वैशाली जिले में सुरक्षित ठिकाने में बंधक बनाकर रखने में भी वहां के तीन लोगों ने मदद की थी।
उन मददगारों के नाम सामने आते ही रायपुर पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी निरंतर बिहार और उप्र पुलिस के अफसरों से संपर्क बनाए हुए हैं। एक-दो दिनों के भीतर रायपुर से पुलिस की एक टीम अंबेडकर नगर और वैशाली जाएगी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सोमानी अपहरणकांड मामले में गिरफ्तार बिहार गिरोह के सरगना पप्पू चौधरी के दोंदेकला में रहने वाले रिश्तेदार अनिल चौधरी, ओडिशा के गंजाम जिले के मुन्नाा नाहक, शिशिर स्वायीन, तूफान गोंड़ और प्रदीप भूयान उर्फ बाबू ने पूछताछ में कई अहम जानकारी दी है।
रायपुर, बिलासपुर के अलावा उत्तरप्रदेश और बिहार के पांच मददगारों के नाम-पते बताए हैं। लिहाजा पुलिस टीम अब वहां जाकर उनकी भी गिरफ्तारी की तैयारी में है।
बिहार, उप्र पुलिस की दबिश
फरार आरोपित पप्पू चौधरी समेत नालंदा (बिहार) के सुमन, अंबेडकर नगर (उप्र) के आफताब नेता और अजमल, बेंगलुरू (आंध्रप्रदेश) के अंकित की तलाश लगातार की जा रही है। पप्पू चौधरी, आफताब और अजमल को दबोचने उप्र, बिहार पुलिस लगातार उनके छिपने के संभावित अड्डों पर दबिश दे रही है।
कहा जा रहा है कि पप्पू चौधरी नेपाल के कांठमांडू में जाकर छिप गया है। बिहार पुलिस ने पप्पू को घेरे में लेने के लिए नेपाल में मुखबिरों का जाल फैला दिया है। इलाके के हिस्ट्रीशीटरों, पुराने अपराधियों की भी मदद ले रही है।
आफताब और अजमल के उप्र में ही छिपे होने का दावा कर उप्र पुलिस उनके भी ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस से बचने आरोपित रोज अपने ठिकाने बदल रहे हैं। लोकल मुखबिरों के जरिए गिरोहबाज और उससे जुड़े लोगों पर नजर रखी जा रही है।
क्या है मामला
8 जनवरी 2020 की शाम को रायपुर के सिलतरा स्थित सोमानी प्रोसेसर फैक्ट्री के मालिक उद्योगपति प्रवीण सोमानी का बिहार के पप्पू चौधरी गिरोह ने सिलतरा इलाके से अपहरण कर लिया था।
13 दिन बाद पुलिस के चौतरफा दबाव को भांपकर अपहरणकर्ता सोमानी को उप्र के अंबेडकर नगर जिले के जमुनी गांव के पास एक झोपड़ी में छोड़कर भाग निकले थे। पुलिस ने सोमानी को सकुशल बरामद किया था। अब तक पांच आरोपित पकड़े जा चुके हैं, जबकि सरगना पप्पू चौधरी समेत पांच बदमाश फरार हैं।
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