रायपुर। पुलिस मुख्यालय में इस समय एक उच्च स्तरीय बैठक चल रही है। इस बैठक में छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे 8 राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अफसरों की टीम शामिल है। बैठक में पुलिस के आधुनिकीकरण और महत्वपूर्ण सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान पर जोर दिया जा रहा है।
पुलिस मुख्यालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सेंट्रल काउंसिल की बैठक के तहत आज की बैठक चल रही है। इस बैठक में छत्तीसगढ़ से सटे सभी राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अफसर और संबंधित विभाग के अफसर उपस्थित हैं।
इस बार इस बैठक की अगुवाई छत्तीसगढ़ पुलिस कर रही है। इस बैठक में छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश, गोवा और राजस्थान पुलिस के अफसर भी शामिल हैं।
बैठक में डीजीपी डीएम अवस्थी विशेष रूप से उपस्थित हैं। बताया जाता है कि बैठक में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा आपसी समन्वय को लेकर है। सभी राज्यों के पुलिस प्रतिनिधियों ने इस बात को सहर्ष स्वीकार किया है कि आपसी समन्वय से ही अपराधों व अपराधियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
चाहे मुद्दा अपहरण, डकैती, फिरौती का हो, नक्सलवाद का हो या अन्य तरह के बड़े श्रेणी के अपराध हों। इन सभी पर लगाम लगाने और अपराधियों को पकडऩे में आपसी समन्वय सबसे महत्वपूर्ण विषय है।
छत्तीसगढ़ में जिस तरह से कारोबारी प्रवीण सुमानी अपहरण कांड को सुलझाने में अन्य राज्यों की पुलिस का सहयोग मिला और छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले को सुलझाया, इसमें आपसी समन्वय महत्वपूर्ण रहा।
सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान और आपसी सहयोग के चलते ही पुलिस अपराधियों को दबोचने में और कारोबारी को छुड़ाने में कामयाब रही। इसी तरह मध्यप्रदेश में दबंगों को नियंत्रित करने तथा माफियाओं के हौसले पस्त करने में भी पुलिस को आपसी समन्वय से भारी मदद मिली है।
बैठक में पुलिस के आधुनिकीकरण पर भी जोर दिया गया है। पुलिस थानों के आधुनिकीकरण से अपराधियों पर नियंत्रण करने तथा अपराधों की रोकथाम में भरपूर मदद मिलती है। पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए बजट का 60 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार से तथा 40 प्रतिशत की राशि राज्य सरकार वहन करेगी।
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