रायपुर। रायपुर के उद्योगपति प्रवीण सोमानी को अपहरणकर्ताओं से छुड़वा लिया गया है।एसएसपी आरिफ शेख ने इसकी पुष्टि की है। अपहरणकर्ताओंको दबोचने के लिए पिछले तीन दिनों से बिहार में छापेमारी कर रही पुलिस टीम के हाथ लगे सोनार गिरोह के अमरजीत उर्फ बबलू समेत तीन बदमाशों ने पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी मिली है।
कुख्यात बदमाशों ने बताया कि तीन अलग-अलग गिरोह ने रायपुर के तीन बड़े अरबपति कारोबारियों को अगवा करने का प्लान बना रखा है। प्रवीण सोमानी के बाद एक स्टील कारोबारी, बिल्डर और एक बड़े ग्रुप के मालिक के बेटे को उठाने की योजना थी, लेकिन सोमानी को अगवा करने के बाद पुलिस की चौतरफा घेरेबंदी से गिरोहों का प्लान फिलहाल फेल हो गया।
इस जानकारी से पुलिस महकमे के साथ उद्योग जगत में हड़कंप मच गया है। कारोबारियों, उद्योगपतियों में दहशत इस कदर है कि अपनी और परिवार की सुरक्षा में चार से लेकर दर्जन भर से अधिक बॉडीगार्ड, गनमैन तैनात कर रखे हैं। पुलिस के एक अफसर ने स्वीकार किया कि बिहार गिरोह के निशाने पर रायपुर के कारोबारी हैं। फिलहाल उन तीनों कारोबारियों के नाम का खुलासा नहीं किया जा सकता है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चौतरफा छापेमारी से घबराकर प्रवीण सोमानी को उठाने वाले गिरोह ने सोनार गिरोह को सोमानी को सौंप दिया। इस गिरोह ने बिहार सीमा से लगे नेपाल में किसी सेफ जोन में सोमानी को रखा है। अमरजीत उर्फ बबलू से लगातार पूछताछ चल रही है। उसके जरिये ही सोमानी को सुरक्षित छुड़ाने के लिए टीम नेपाल सीमा में घुसकर सेफ जोन की खोज कर रही है।
वैशाली जिले के कुख्यात और देश भर के बड़े कारोबारियों का अपहरण करने वाले चंदन सोनार गिरोह का खास साथी अमरजीत को माना जाता है। छह साल पहले दमन, गुजरात के अरबपति कपड़ा कारोबारी हनीफ हिंगोरा के बेटे सोहेल हिंगोरा अपहरणकांड में चंदन के साथ बबलू शामिल था। इस गिरोह ने एक महीने तक सोहेल को वैशाली जिले में बंधक बनाकर रखा और नौ करोड़ की फिरौती वसूलने के बाद छोड़ा था।
इसी तरह पिछले साल अप्रैल 2019 में चंदन सोनार गिरोह ने कोलकाता के आसनसोल अलायज फैक्टरी के मालिक तेजपाल सिंह और उसके ड्राइवर को अगवा किया था। दोनों को दानापुर के एक अपार्टमेंट में 33 दिनों तक बंधक बनाकर रखा फिर ढाई करोड़ वसूलने के बाद छोड़ा था।
पटना एसटीएफ के साथ छेड़ा ऑपरेशन
प्रवीण सोमानी की बरामदगी और अपहर्ताओं को दबोचने के लिए बिहार के वैशाली, पटना, पूर्वी चंपारण और नेपाल सीमा में डटी रायपुर पुलिस के करीब 40 अफसरों की टीम के साथ पटना एसटीएफ दिन-रात संयुक्त ऑपरेशन चला रही है।
अपहरण के इस हाई प्रोफाइल मामले में कुछ भी जानकारी देने से पुलिस अधिकारी बच रहे हैं। दरअसल जांच प्रभावित न हो और अपहरणकर्ता किसी तरह की अनहोनी न कर दे, इसे ध्यान में रखकर पुलिस अफसरों ने चुप्पी सा ली है। इस मामले में अब तक आधा दर्जन कुख्यात पेशेवर अपहरणकर्ताओं को हिरासत में लिया जा चुका है। उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है।
25 करोड़ मांगी फिरौती, पांच करोड़ पर बनी बात
सूत्रों ने बताया कि सोमानी के परिजनों तक बिहार गिरोह ने 25 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग पहुंचाई थी, लेकिन काफी मिन्नत करने पर पांच करोड़ पर बात बनी। गिरोह ने पैसा देने पर सोमानी को सुरक्षित छोड़ने का वादा किया है। वैशाली के कुख्यात चंदन सोनार, उसके शागिर्द पप्पू चौधरी सहित अन्य की तलाश पुलिस कर रही है।
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