आवारा कुत्तों को पकडऩे इस नगर निगम को है विशेषज्ञों की तलाश

जगदलपुर। शहर में दिनों दिन आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। इस कारण राहगीर, दुपहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है खास करके देर रात में। नगर निगम भी आवारा कुत्तों पर लगाम कसने में और नियंत्रित करने विफल साबित होता जा रहा है। नगर निगम के द्वारा पिछले दिनों आवारा कुत्तों पर लगाम कसने और उनकी संख्या नियंत्रित करने के लिए जो घोषणा की गई थी, वह अभी तक घोषणा ही बनी हुई है।
फिलहाल निगम के पास इस समस्या के प्रति कोई योजना वर्तमान में नहीं है। उल्लेखनीय है कि पिछले छह साल पहले करीब छह लाख 40 हजार रुपए खर्च कर 800 कुत्तों की नसबंदी की गई थी, परन्तु अब इस समस्या से निपटने के लिए निगम के पास फिलहाल कोई ठोस योजना नहीं है। इस संबंध में आयुक्त नगर निगम का कहना है कि निगम क्षेत्र के आवारा कुत्तों, मवेशियों और सुकरों को पकडऩे के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है। साथ ही कांजी हाऊस को व्यवस्थित किया जा रहा है। वहीं कुत्ता पकडऩे में विशेषज्ञों की तलाश की जा रही है। जल्द ही इन पर नियंत्रण के लिए अभियान शुरू किया जाएगा।