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कुडेली में चुनावी घमासान जारी, पीने का पानी बना सबसे बड़ा मुद्दा

चंद्रकांत पारगीर, बैकुंठपुर। कोरिया जिला पंचायत के कुडेली क्षेत्र में जारी चुनावी घमासान में इन दिनों 24 ग्राम पंचायतों में काफी गहमागहमी देखी जा रही है। इस चुनाव में विकास के साथ नेताओं के बिगड़े बोल सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। इन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों सरकारी विकास से बेहद नाराज है। इधर भाजपा रणनीति के तहत मैदान में उतर कर बूथ मैनेजमेंट कर अपनी राह आसान बनाना चाहती है, परन्तु मतदाता क्या चाहते हैं ये 27 जून को ही पता चलेगा।


कोरिया जिले में वैसे तो विकास के नाम पर पेयजल की समस्या को काफी हल करना बताया जा रहा है। कई ग्राम पंचायत के लोग छोटी छोटी मांग के लिए यहां वहां भटक रहे हैं, जो इस छोटे चुनाव में बड़े मुद्दे के तौर पर सामने आ रहे हैं। ग्राम पंचायत कुडेली के सरभोका, बासन में पीने के पानी के लिए ग्रामीण बेहद परेशान है। इसी तरह कंचनपुर खालपारा के रजवारी पारा में 100 मीटर सडक निर्माण के लिए यहां के लोग तरस रहे हैं। यहां के युवा इस चुनाव में कार्यों की मांग के अनुरूप कार्य नहीं होने से खासे नाराज हैं। युवा खुद इस चुनाव में एकजुट होकर लोगों के बीच जा रहे हैं। यहां के लोग पीेने के पानी की समस्या को लेकर ग्राम वासियों को बेहद परेशानी झेलनी पड रही है। इसी तरह ग्राम पंचायत कसरा में बिजली के तार की समस्या से यहां के लोग परेशान है, यहां के ग्रामीण दो साल से जिला प्रशासन से लेकर मंत्री और तमाम अधिकारियों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं।

बिजली को लेकर यहां के लोगो में बेहद आक्रोश है। इसी तरह ग्राम खोडरी में दर्जनों हैडपंप सूखे पड़े हैं। पीने के पानी के लिए लोगों को यहां-वहां भटकना पड़ता है। इसके अलावा विधायक आदर्श ग्राम पंचायत बुढार में बनी सीसी सडक 6 माह में उखड गयी जिससे लोग नाराज है, वहीं बीते 20 दिन से नलजल योजना बंद है, यहां के निवासियों ने पेयजल दुरूस्त करवाने हर कही गुहार लगाई, परन्तु अभी तक नलजल योजना ठीक नहीं हो सकी, इस बार पडी भीेषण गर्मी से यहां के निवासियों को काफी दिक्कत उठाना पडा हैै। दूसरी ओर चुनावी क्षेत्रों में पडने वाली ग्राम पंचायतों में नेताओं के बिगडे बोल की ज्यादा चर्चा देखी जा रही है, वहीं बहारी और स्थानीय मुद्दा भी हावी होता जा रहा है। वैसे भाजपा सर्मिर्थत रेवा यादव ने इन सभी मुद्दों की काट ढूंढ रखी है और चुनाव को हर हाल में जीनते के लिए बूथ लेवल पर पूरा जोर लगा दिया है। इधर, कांग्रेस समर्थित रामकृष्ण साहू, श्रीराम सेना के शिव यादव, गोंगपा के अजीत बडा ने भी पूरा जोर लगा रखा है। अब 24 जून को 24 ग्राम पंचायत की जनता इनमें से किसी एक के भाग्य का फैसला करेगी।

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